नई दिल्ली। मधुमेह हार्ट और किडनी के मरीजों की समस्या बढ़ा रहा है। मधुमेह के रोगी का ब्लड शुगर का स्तर नियंत्रित न होने के कारण हृदय रोगियों व किडनी के रोगियों की जटिलताएं बढ़ रही हैं और ऐसे रोगियों में मृत्यु दर काफी अधिक होती है। इसके अलावा वातावरण गंभीर रूप से प्रदूषित है जिसके चलते मधुमेह के रोगियों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है। इस समय देश में मधुमेह के करीब आठ करोड़ मरीज हैं जो 2045 तक बढ़कर 13.4 करोड़ हो सकते हैं। कोरोना महामारी के बाद देश में मधुमेह रोगियों की संख्या में काफी इजाफा किया है।दिल्ली नगर निगम के आयुर्वेदिक पंचकर्म अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डॉक्टर आर. पी. पाराशर ने बताया कि लाइफ स्टाइल में बदलाव के साथ प्रोसैस्ड फूड, जंक फूड और फास्ट फूड को छोड़कर मधुमेह को रोका जा सकता है। विभिन्न सर्वेक्षणों में यह बात सामने आई है कि दिल्ली के स्कूलों के 40 फीसदी से अधिक बच्चे मोटापे के शिकार हैं जिनमें डायबिटीज होने का खतरा सर्वाधिक है।
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इनका करें सेवन
डायबिटीज से बचाव और इलाज के लिए गेहूं के साथ चने, ज्वार, जौ, ज्वार, जई और दालों से बने आटे का प्रयोग करें, सब्जियों में घिया, तोरी, टिंडा, पालक, परवल, खीरा, ककड़ी और करेले का प्रयोग नियमित रूप से करें। अमरूद, जामुन, पपीते जैसे फलों का प्रयोग भी डायबिटीज में लाभकारी होता है। अंकुरित दालों और अनाज का प्रयोग भी शरीर में ग्लूकोज की मात्रा को नियंत्रित करता है। स्वस्थ भोजन के प्रयोग से न केवल मधुमेह की उत्पत्ति को रोका जा सकता है बल्कि मधुमेह के कारण होने वाले अल्सर, किडनी, आंखों, कानों, हृदय रोगों, अल्जाइमर्स, रेटिनोपैथी, आदि रोगों से भी बचा जा सकता है।