तिहाड़ में बंद कैदियों के बीच चाकूबाजी दो कैदी घायल
- दो घायल कैदी डीडीयू अस्पताल में भर्ती, केस दर्ज
नई दिल्ली । देश की सबसे सुरक्षित जेल तिहाड़ जेल में सोमवार को एक बार फिर कुछ कैदियों ने चाकू और हाथ से बनाए औजारों से एक अन्य विचाराधीन कैदी पर हमला कर दिया। हमले में राहुल उर्फ पवन गंभीर रूप से घायल हो गया। जबकि हमलावरों में शामिल एक कैदी ने खुद को घायल कर लिया। जेल कर्मचारियों ने बीच बचाव करने के बाद सभी को अलग कर दिया और घायलों को जेल अस्पताल पहुंचाया। जहां से उन्हें डीडीयू रैफर कर दिया। जेल प्रशासन से सूचना मिलने के बाद पहुंची हरिनगर थाना पुलिस ने घायल के बयान लेकर संबंधित धारा में केस दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है।
जेल प्रशासन ने बताया कि घायल राहुल जेल संख्या 1 के वार्ड नम्बर 2 में बंद है। 29 मई की दोपहर करीब 12.38 बजे आलोक और उसके साथियों ने राहुल पर हमला बोल दिया। इस दौरान कैदियों द्वारा बनाए गए चाकू, सुआ, टाइल्स जमकर चले। शोर शराबा सुनकर जेलकर्मी जब तक राहुल को बचाने पहुंचे, तब तक आरोपी उस पर कई वार कर चुके थे। जेल प्रशासन के अनुसार आलोक भी घायल हुआ है। जेल प्रशासन का कहना है कि आलोक ने खुद को चोट पहुंचाई है। दोनों पक्षों में विवाद बढ़ता इससे पहले दोनों गुटों के कैदियों को अलग कर उनके वार्ड में भेजा गया। दोनों घायलों को पहले जेल की डिस्पेंसरी और फिर डीडीयू अस्प्ताल भेज दिया। मामले की जानकारी पुलिस को दी है। हरिनगर थाना पुलिस ने केस दर्ज कर छानबीन में जुटी है। पुलिस सूत्रों का कहना है कि हमला करने वाले आरोपी दक्षिणी दिल्ली में सक्रिय रोहित चौधरी गैंग से है। आरोपियों का राहुल से कई दिनों से विवाद चल रहा था और सोमवार को राहुल को अकेला देखकर उन्होंने उस पर हमला कर दिया।
कर्मचारियों के हरकत में आने से बची जान
वारदात के दौरान जेल कर्मचारियों, तमिलनाडु विशेष पुलिस और एक क्यूआरटी ने तुंरत कार्रवाई की। टीमें सूचना मिलने के बाद तुंरत मौके पर पहुंची और झगड़े में हस्तक्षेप करते हुए सभी कैदियों को अलग-अलग कर दिया। जिसके चलते घायल राहुल उर्फ पवन जान बच गई। जेल कर्मचारियों के आने से पहले सभी आरोपी पीड़ित पर ताबड़तोड़ चाकू मार कर रहे थे।
सीसीटीवी कैमरों की मदद से छानबीन शुरू
हरिनगर थाना पुलिस ने घटनास्थल पर लगे सीसीटीवी कैमरे के फुटेज खंगालने शुरू कर दिए है। ताकि पूरे घटनाक्रम को समझा जा सके। किसने पहले हमला किया और जवाबी हमले में किसे चोट आई, इस पूरे घटनाक्रम को पुलिस समझने की कोशिश कर रही है। जरूरत हुई तो दोनों घायलों के अलावा कुछ अन्य कैदियों से भी पूछताछ की जाएगी।
दो गैंगस्टरों की हुई थी हत्या
तिहाड़ जेल में पिछले एक माह में दो कुख्यात गैंगस्टरों टिल्लू ताजपुरिया और प्रिंस तेवतिया की उनके प्रतिद्वंदी गैंग के सदस्यों ने हाथ से बनाए हथियारों की मदद से हत्या कर दी थी। इसके अलावा दो कैदियों ने गत दिनों वहां आत्महत्या कर ली थी। जिसके बाद से तिहाड़ में सुरक्षा व्यवस्था में सख्ती की गई। इसी क्रम में जेल प्रशासन ने बड़ी संख्या में स्टाफ का तबादला किया है। बावजूद इसके वहां वारदात रूकने का नाम नहीं ले रही है।