दिल्ली में इंडिया हेल्थ प्रदर्शनी के पहले संस्करण की शुरूआत
-300 से अधिक देशी-विदेशी हेल्थकेयर ब्राण्ड्स इंडिया हेल्थ क पहले संस्करण में करेंगे प्रदर्शन
नई दिल्ली। भारत के प्रमुख प्रदर्शनी आयोजनकर्ता इनफोर्मा मार्केट्स इन इंडिया द्वारा आयोजित इंडिया हेल्थ एक्सपो के पहले संस्करण की शुरूआत नई दिल्ली के द्वारका स्थित आधुनिक यशोभुमि में हुई। इस मंच पर उद्योग जगत के सभी हितधारक एकजुट हुए हैं जिनमें बायोमेडिकल इंजीनियर, पैथोलोजिस्ट, रेडियोलोजिस्ट, हॉस्पिटल कन्सलटेन्ट, मेडिकल डिवाइस वितरक, चिकित्सक, प्रोक्यरोमेन्ट मैनेजर, आर एण्ड डी पेशेवर एवं अन्य विनियामक प्रतिनिधि शामिल है।
अरब हेल्थ प्रदर्शनी से प्रेरित इंडिया हेल्थ का उद्देश्य हेल्थकेयर के आधुनिकीकरण के लिए विश्वस्तरीय मंच उपलब्ध कराना तथा लर्निंग, नेटवर्किंग के लिए अनुकूल माहौल को बढ़ावा देना है।
इंडिया हेल्थ के लॉन्च के अवसर पर योगेश मुद्रास, मैनेजिंग डायरेक्टर, इन्फोर्मा मार्केट्स इन इंडिया ने कहा कि भारत में हेल्थकेयर सबसे बड़े सेक्टरों में से एक के रूप में उभरा है, जहां सार्वजनिक एवं निजी सेक्टरों के निवेश, बढ़ते कवरेज एवं बेहतर सेवाओं के चलते तेज़ी से विकास हो रहा है। मेडिकल डिवाइसेज़ की दृष्टि से भारत दुनिया का चौथा सबसे बड़ा मार्केट है, जहां टेलीमेडिसिन एवं एआई ऐप्लीकेशन्स में तेज़ी से प्रगति हुई है, जिसके चलते आने वाले समय में सेक्टर में उल्लेखनीय विकास की संभावनाएं हैं। एक अनुमान के मुताबिक 2025 तक टेलीमेडिसिन 5.4 बिलियन डॉलर के आंकड़े तक पहुंच जाएगा, और एआई भी 2024 तक 45 फीसदी सालाना की दर से बढ़ रहा है। विकास की इस तीव्र दर को देखते हुए हेल्थटेक सेक्टर में बड़ी संख्या में नौकरियों के अवसर उत्पन्न होंगे। यह प्रदर्शनी देशी-विदेशी ब्राण्ड्स को एक मंच पर लाकर विभिन्न सेक्टरों में आपसी साझेदारियों और इनोवेशन्स का मार्ग प्रशस्त करेगा। ट्रांसफोर्मेशन ज़ोन, स्टार्ट-अप पैविलियन और कंटेंट-रिच कॉन्फ्रैन्स सम्मेलन का आकर्षण केन्द्र होंगे जो सेक्टर में मौजूद अवसरों, इनोवेशन्स एवं चुनौतियों तथा भारत के आर्थिक एवं सामाजिक विकास में इसकी भूमिका पर रोशनी डालेंगे।
एक्यूरेक्स बायोमेडिकल के एमडी और एसोसिएशन ऑफ डायग्नोस्टिक मैन्युफैक्चरर्स ऑफ इंडिया के पूर्व सचिव श्री अभिनव ठाकुर ने कहा कि इन विट्रो डायग्नोस्टिक्स उद्योग 80 बिलियन डॉलर का वैश्विक बाजार है, जिसमें भारत का योगदान 1.5 बिलियन डॉलर है, जो हमें जापान, चीन और दक्षिण कोरिया के बाद एशिया में चौथा सबसे बड़ा बनाता है। उल्लेखनीय रूप से, हम वैश्विक स्तर पर सबसे तेजी से बढ़ने वाले बाजार हैं, जो साल दर साल 15-20 प्रतिशत की दर से बढ़ रहा है। वैश्विक स्तर पर, हमारा बाजार हिस्सा शीर्ष 20 में है, और डायग्नोस्टिक्स चिकित्सा उपकरणों का सबसे तेजी से बढ़ने वाला खंड है।
हेल्थकेयर क्षेत्र के विकास पर जोर देते हुए हेल्थकेयर फेडरेशन ऑफ इंडिया के महासचिव सिद्धार्थ भट्टाचार्य ने कहा कि वर्तमान में, भारत में स्वास्थ्य सेवा परिदृश्य एक महत्वपूर्ण परिवर्तन से गुजर रहा है। देश की नीतियाँ सभी के लिए स्वास्थ्य और मेक इन इंडिया की ओर तेजी से बढ़ रही हैं, जो पारंपरिक संदर्भों से परे स्वास्थ्य सेवा का विस्तार करने के लिए एक महत्वपूर्ण प्रयास को दर्शाता है। कार्यक्रम के उद्घाटन के अवसर पर गणमान्य दिग्गज जैसे इस्तवन सज़ाबो, हंगरी के एम्बेसडर, महामहिम जगन्नाथ सामी, फिजी गणराज्य के उच्चायुक्त डॉ गिरधर ज्ञानी, एसोसिएशन ऑफ हेल्थकेयर प्रोवाइडर्स इंडिया के महानिदेशक सिद्धार्थ भट्टाचार्य, महासचिव, हेल्थकेयर फेडरेशन ऑफ इंडिया- नेटहेल्थ, अभिनव ठाकुर, एमडी, एक्यूरेक्स बायोमेडिकल, डॉ राजीव चिब्बर-वाइस प्रेज़ीडेंट, एक्सटर्नल अफेयर्स, सहजानंद मेडिकल टेक्नोलॉजीज़ लिमिटेड एवं जॉइंट कोऑर्डिनेटर, गवर्नमेंट एंड पब्लिक अफेयर्स, एआईएमईडी, आदि मौजूद रहे।