आरोप पत्र में गलती से नहीं, जानबूझकर डाला गया संजय सिंह का नाम : आप
-पार्टी के नेताओं को बदनाम करने का लगाया आरोप
नई दिल्ली। आम आदमी पार्टी (आप) ने बुधवार को आरोप लगाया कि दिल्ली आबकारी नीति से संबंधित प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के आरोप पत्र में पार्टी के राज्यसभा सदस्य संजय सिंह के नाम का उल्लेख किया जाना मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल समेत पार्टी के नेताओं को बदनाम करने का सोचा-समझा प्रयास है। पार्टी ने कहा कि सिंह ने केंद्रीय वित्त मंत्रालय के सचिव को पत्र लिखा है और उनसे आबकारी नीति मामले में उनके खिलाफ लगाए गए आरोपों के संबंध में ईडी के निदेशक संजय कुमार मिश्रा और सहायक निदेशक जोगेंद्र सिंह के खिलाफ मुकदमा दायर करने की मंजूरी मांगी है। उधर, ईडी का कहना है कि आरोप पत्र में आप नेता का चार बार नाम आया है, जिसमें से एक संदर्भ गलत है और अनजाने में टाइप हो गया था। उन्होंने कहा कि एजेंसी ने अभियोजन पक्ष की शिकायत (आरोप पत्र) में विसंगति को दूर करने के लिए अदालत में एक याचिका दायर की है। इधर, दिल्ली के कैबिनेट मंत्री और आप के मुख्य प्रवक्ता सौरभ भारद्वाज ने आरोप लगाया कि केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) और ईडी उत्पीडऩ का पर्याय, भय, अत्याचार, धमकी और किसी को बदनाम करने का पर्याय बन गई हैं। उन्होंने कहा कि आप सांसद संजय सिंह ने कहा है कि वह ईडी अधिकारियों के खिलाफ आपराधिक मानहानि का मुकदमा दायर करेंगे क्योंकि उन्होंने आरोप पत्र में उनका नाम शामिल किया और बाद में मीडिया को बताया कि संजय सिंह भी इस मनगढ़ंत घोटाले में शामिल थे। भारद्वाज ने कहा कि ईडी विपक्षी दलों से डरी हुई है। उन्होंने दावा किया कि ईडी ने संजय सिंह से माफी मांगी है। भारद्वाज ने कहा कि ऐसा पहली बार हुआ जब ईडी के निदेशक को किसी से माफी मांगनी पड़ी। एक तरह से केंद्र सरकार को संजय सिंह और आप से माफी मांगनी पड़ी है। उन्होंने पूछा कि यह गलती कैसे हुई। भारद्वाज ने कहा कि उन्होंने कहा कि गलती से नाम का उल्लेख हो गया। ऐसा कैसे हो सकता है? भाजपा के किसी सांसद का नाम तो गलती से नहीं आया। प्रधानमंत्री कार्यालय के इशारे पर यह डाला गया। पूरा कथित घोटाला फर्जी है और पूरा मामला झूठा है।