नूंह: हिंदू संगठन यात्रा निकालने पर अड़े, सरकार ने नहीं दी अनुमति

-ऐहतियात नूंह जिला में बंद किए गए हैं इंटरनेट, स्कूल, कालेज

 

नूंह/गुरुग्राम। ब्रजमंडल जलाभिषेक यात्रा निकालने को लेकर एक बार फिर से प्रदेश में विशेषकर नूंह, गुरुग्राम जिला में तनाव की स्थिति पैदा हो गई है। सरकार सभी को अपने आसपास के मंदिरों में जलाभिषेक, पूजा-अर्चना की सलाह दे रही है तो वहीं हिंदू संगठन नल्हड़ स्थित मंदिर में ही जलाभिषेक पर अड़े हैं। वे हर हाल में यात्रा निकालने की बात कह रहे हैं। इसे लेकर नूंह जिला में ऐहतियातन इंटरनेट सेवाओं के अलावा स्कूल, कालेज बंद कर दिए गए हैं।

31 जुलाई को नूंह के नल्हड़ स्थित शिव मंदिर में ब्रज मंडल जलाभिषेक यात्रा पर हुए हमले के बाद शांति बहाली में जुटे सरकार और प्रशासन अब कोई रिस्क नहीं लेना चाहिए। हिन्दू संगठनों ने घटना के करीब एक महीने बाद फिर से नल्हड़ में जलाभिषेक करने के लिए निर्णय लिया है। इससे शासन, प्रशासन के हाथ-पांव फूले हुए हैं। सरकार का पूरा प्रयास है कि किसी भी सूरत में फिलहाल तो ऐसा कोई काम नहीं होना चाहिए, जिससे कि तनाव और अधिक बढ़े। सीएम मनोहर लाल ने कहा कि 28 अगस्त को नूंह में ब्रजमंडल यात्रा को अनुमति नहीं दी गई है। एक महीना पहले जो हिंसक घटना हुई, उसे ध्यान में रखते हुए सावधानी रखने की जरूरत है। उन्होंने कहा है कि सुरक्षा रखना सरकार का दायित्व है।

लॉ एंड ऑर्डर बना रहे, यह सरकार की कोशिश है। इससे पहले प्रशासन भी यात्रा को परमिशन से इनकार कर चुका है। नूंह में धारा 144 लगा दी गई है। स्कूल-कॉलेज और इंटरनेट 28 अगस्त तक बंद किए जा चुके हैं। मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने डीजीपी शत्रुजीत कपूर व सीआईडी चीफ एडीजीपी आलोक मित्तल के साथ भी बैठक करके नूंह जिला को लेकर मंथन किया। नूंह में मौजूदा हालात और यात्रा निकलने की सूरत में खुफिया इनपुट पर चर्चा की गई है।

डीजीपी शत्रुजीत कपूर ने 5 राज्यों के साथ बैठक करके सीमाओं पर विशेष चौकसी रखने को कहा है। सोशल मीडिया पर नियमित तौर पर मॉनिटरिंग करने के निर्देश हरियाणा पुलिस को दिए हैं। पुलिस ने यूपी, राजस्थान के अलावा जिला पलवल, फरीदाबाद, गुरुग्राम, तिजारा व भरतपुर से आने वाले लोगों पर विशेष नजर रखने के लिए बॉर्डर पर निगरानी बढ़ा दी है। पुलिस पूरी तरह से मुस्तैद है।

 

नूंह में 57 स्पेशल डयूटी मजिस्ट्रेट किए गए हैं तैनात

 

हर हाल में ब्रज मंडल यात्रा निकालने के बयानों के बीच पुलिस ने नूंह की सभी सीमाओं को सील कर दिया है। शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए 57 स्पेशल डयूटी मजिस्ट्रेट नियुक्त किए हैं। जिले की सीमाओं पर पुलिस के अलावा आरएएफ और पैरामिलिट्री को जवान तैनात किए हैं। बैंकों को बंद रखने का निर्णय लिया गया है। डीसी धीरेंद्र खडग़टा के मुताबिक 28 अगस्त को संभावित जलाभिषेक यात्रा के दौरान सतर्कता के चलते यह निर्णय लिया गया है।

 

क्या कुंभ के लिए अनुमति ली जाती है: विनोद बंसल

 

उधर, विश्व हिंदू परिषद के राष्ट्रीय प्रवक्ता विनोद बंसल ने कहा है कि 28 अगस्त को सुबह 11 बजे यात्रा की शुरुआत करेंगे। यात्रा की अनुमति लेने का कोई मतलब नहीं है। सावन का आखिरी सोमवार है। हर श्रद्धालु का अधिकार है कि वह अपने ईष्ट का जलाभिषेक करे। उन्होंने कहा कि हमारे देश एक धर्मपरायण देश है। यहां किसी भी यात्रा के लिए अनुमति नहीं ली जाती। उन्होंने कहा कि क्या कभी कुंभ के लिए अनुमति ली जाती है।

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