असम में बोले राहुल- जितने केस लगाने हैं, लगा दो, मैं डरने वाला नहीं 

गुवाहाटी।  असम की भाजपा सरकार द्वारा कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के नेतृत्व में चल रही ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ को असफल करने के प्रयास उलटे पड़ते दिखाई दे रहे हैं। भाजपा सरकार द्वारा खड़ी की जा रही तमाम बाधाओं के बावजूद असम में ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ को मिल रहा जनसमर्थन लगातार बढ़ता ही जा रहा है। बुधवार को भी अन्य दिनों की अपेक्षा में यात्रा को कहीं ज्यादा जनसमर्थन देखने को मिला। यात्रा को अपना समर्थन देने के लिए उत्तरी असम के इलाक़े में हजारों की संख्या में स्थानीय लोग अपने घरों से निकलकर सुबह से ही सड़कों पर जमा हो गए। स्थानीय लोगों द्वारा जगह-जगह यात्रा का फूल बरसाकर स्वागत किया और यात्रा के समर्थन में नारे लगाए गए। यात्रा बुधवार सुबह जैसे ही असम के बारपेटा से शुरू हुई, लोगों का हुजूम यात्रा को समर्थन देने के लिए उमड़ पड़ा।
यात्रा के प्रति तेजी से बढ़ रहे समर्थन से उत्साहित राहुल गांधी ने असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा पर भ्रष्टाचार के आरोपों की धार को और तेज कर दिया। राहुल गांधी ने असम में यात्रा पर हो रहे हमलों और उनपर दर्ज मुकदमे को लेकर भी मुख्यमंत्री सरमा पर तीखा हमला बोला।
बुधवार को यात्रा के 11वें दिन अपने संबोधन में राहुल गांधी ने कहा कि हिमंता बिस्वा सरमा देश का सबसे भ्रष्ट मुख्यमंत्री है। पता नहीं कहां से हिमंता बिस्वा सरमा के दिमाग में आ गया कि वो राहुल गांधी को डरा सकता है। मुझ पर जितने केस लगाने हैं, लगा दो, मैं डरने वाला नहीं हूं। मेरे ऊपर 25 केस लगाए हैं, 25 और लगा दो, इससे मुझे कोई फर्क नहीं पड़ने वाला है। उन्होंने आगे कहा कि अडानी प्रधानमंत्री मोदी जी के ख़ास दोस्त हैं। मैंने अडानी के बारे में भाषण दिया। अपने दोस्त अडानी को बचाने के लिए मेरे ऊपर केस लगा दिया गया, संसद की सदस्यता रद्द कर दी गई। फिर मेरा सरकारी घर ले लिया गया। जब वो घर लेने आए, मैंने खुशी से उनको चाबी दी। क्योंकि मेरा घर हिंदुस्तान के हर नागरिक के दिल में है।
राहुल गांधी ने कहा कि भाजपा-आरएसएस के लोग एक धर्म को दूसरे धर्म से लड़ाते हैं, एक भाषा को दूसरी भाषा से लड़ाते हैं। असम के मुख्यमंत्री के दिल में बहुत नफरत है। हमारी लड़ाई उनसे नहीं, उनके दिल में छिपी नफरत से है।
राहुल गांधी ने आगे कहा कि असम को असम का मुख्यमंत्री नहीं चला रहा, उसका रिमोट कंट्रोल दिल्ली में बैठे गृह मंत्री अमित शाह के पास है। इससे असम का अपमान हो रहा है। आरएसएस-भाजपा असम की संस्कृति, भाषा और इतिहास को मिटाना चाहते हैं। आपके पूर्वजों द्वारा दी गई शिक्षा को खत्म करना चाहते हैं। आरएसएस-भाजपा असम को नागपुर से चलाना चाहते हैं, जो कांग्रेस कभी नहीं होने देगी। उन्होंने कहा कि असम के पूर्व मुख्यमंत्री तरुण गोगोई जी हमारे गुरु थे। जब गोगोई जी मुख्यमंत्री थे, तब जो असम चाहता था वह गोगोई जी करते थे। क्योंकि कांग्रेस चाहती है कि असम को असम से चलाया जाए और असम की संस्कृति का सम्मान किया जाएगा।
मणिपुर हिंसा का जिक्र करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि आरएसएस-भाजपा  की विचारधारा ने मणिपुर को जला दिया है, लेकिन देश के प्रधानमंत्री आज तक मणिपुर नहीं गए। इसलिए कांग्रेस की ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ मणिपुर से शुरू हुई और महाराष्ट्र तक जाएगी।
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