मोदी जन्म से ओबीसी नहीं, बल्कि कागज़ी ओबीसी हैं:राहुल गांधी

मोदी अपने जन्म के पांच दशक बाद तक ओबीसी नहीं थे, उन्हें वर्ष 2000 में बीजेपी सरकार ने ओबीसी बनाया

नई दिल्ली। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने गुरुवार को ओडिशा में ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ के दौरान प्रधानमंत्री मोदी पर जोरदार हमला बोला है। राहुल गांधी ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी जन्म से ओबीसी नहीं हैं। नरेंद्र मोदी सामान्य जाति में पैदा हुए और उनकी जाति को गुजरात की बीजेपी सरकार ने वर्ष 2000 में ओबीसी घोषित किया। इस प्रकार मोदी जन्म से नहीं, बल्कि कागज़ी ओबीसी हैं। वह अपने जन्म के पांच दशक बाद तक ओबीसी नहीं थे। इस दौरान कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने ओडिशा में बीजेडी और बीजेपी की आपसी मिलीभगत को भी उजागर किया और जातिगत जनगणना के मुद्दे को भी प्रमुखता से उठाया।

इससे पहले ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ का 26वां दिन गुरुवार सुबह ओड़िशा के झारसुगुड़ा गांधी चौक से शुरू हुआ। दोपहर को यात्रा बेलपहाड़ से होकर छत्तीसगढ़ में प्रवेश कर गई। रास्ते में हर जगह राहुल गांधी का स्वागत करने के लिए भारी भीड़ उमड़ी। दो दिन के विश्राम बाद अब यात्रा 11 फरवरी को फिर से शुरू होगी।

इस दौरान अपने संबोधन में कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा कि देश में आज भयंकर सामाजिक अन्याय हो रहा है। जनता जीएसटी देती है और फायदा अडानी जैसे लोग उठाते हैं। देश में करीब 50 प्रतिशत ओबीसी, 15 प्रतिशत दलित, आठ प्रतिशत आदिवासी हैं। ये आबादी कुल 73 प्रतिशत है। मगर इन वर्गों को कुछ नहीं दिया जा रहा, तो भारत कैसे जुड़ सकता है।

कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने कहा कि नरेंद्र मोदी जी संसद में कहते हैं कि ओबीसी वर्ग को भागीदारी की क्या जरुरत है। हिंदुस्तान का प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तो ओबीसी है। सच्चाई यह है कि नरेंद्र मोदी जन्म से ओबीसी नहीं हैं, उन्हें ओबीसी गुजरात की बीजेपी सरकार ने बनाया है। नरेंद्र मोदी सामान्य जाति में पैदा हुए और उनकी जाति को बीजेपी सरकार ने साल 2000 में ओबीसी घोषित किया था। मोदी किसी ओबीसी से गले नहीं मिलते, किसी किसान और मजदूर का हाथ नहीं पकड़ते। मोदी सिर्फ अडानी का हाथ पकड़ते हैं। पीएम मोदी कभी जाति जनगणना नहीं करेंगे, क्योंकि प्रधानमंत्री मोदी पूरे देश से झूठ बोल रहे हैं। मोदी ओबीसी पैदा नहीं हुए, वह सामान्य जाति के हैं। मोदी ओबीसी वर्ग को झूठ बोल रहे हैं, बेवकूफ बना रहे हैं। जातिगत गिनती कांग्रेस ही करके दिखाएगी।

बाद में राहुल गांधी ने एक केंद्रीय मंत्री के बयान को साझा करते हुए कहा कि मोदी जी जन्म से नहीं, बल्कि कागज़ी ओबीसी हैं। वह अपने जन्म के पांच दशक बाद तक ओबीसी नहीं थे। उनके इस सच पर बीजेपी सरकार ने भी मुहर लगाई है, इसके लिए वह बीजेपी सरकार का धन्यवाद करते हैं।

राहुल गांधी ने आगे कहा कि जब उन्होंने जातिगत जनगणना और सामाजिक न्याय की बात की तो प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि देश में सिर्फ दो जातियां अमीर और गरीब हैं। अगर दो जातियां हैं तो मोदी क्या हैं। मोदी गरीब तो हैं नहीं। मोदी करोड़ों का सूट पहनते हैं। दिन में कई बार कपड़े बदलते हैं, फिर झूठ बोलते हैं कि ओबीसी वर्ग से हूँ। प्रधानमंत्री मोदी का वेतन प्रति माह एक लाख साठ हजार रूपये है और वह तीन सूट हर रोज बदल रहे हैं। एक सूट दो-तीन लाख रुपये की कीमत का है। मोदी महीने में दो तीन करोड़ रुपये के सूट पहन रहे हैं। इसका पैसा कहाँ से आ रहा है।

 

बेरोजगारी और महंगाई का जिक्र करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि मोदी ने अडानी की मदद करने के लिए जीएसटी और नोटबंदी लागू कर छोटे एवं मध्यम व्यवसायों को खत्म कर दिया। ओडिशा समेत बाकि प्रदेशों में युवाओं को रोजगार नहीं मिल सकता है। हिंदुस्तान के बड़े-बड़े उद्योगपति चीन से माल खरीदकर जनता को बेचते हैं। इससे चीन का पैसा बनता है, रोजगार चीन के युवाओं को मिलता है। महंगाई बढ़ती है तो परेशानी जनता को होती है, अडानी और मोदी को कोई फर्क नहीं पड़ता है। यानी जनता पर आर्थिक अन्याय हो रहा है।

ओडिशा में बीजेपी और बीजेडी की आपसी मिलीभगत को उजागर करते हुए कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने कहा कि बीजेपी और बीजेडी में डी और पी फर्क है, बाकी एक ही है। बीजेडी और बीजेपी दोनों पार्टनरशिप कर ओडिशा में किसानों को लूट रहे हैं और आदिवासियों की जमीन चोरी करने में लगे हुए हैं। इसलिए कांग्रेस अन्याय के खिलाफ लड़ रही है।

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