भारतीय संस्कृति में आभूषणों का अहम् योगदान: मिनाक्षी लेखी

-दिल्ली के प्रगति मैदान में शुरू हुआ जेम एंड ज्वैलरी उद्योग मेला

नई दिल्ली। दिल्ली के प्रगति मैदान में शनिवार को दिल्ली ज्वैलरी एंड जेम फेयर के 10वें संस्करण की शुरुआत हुई। इस कार्यक्रम में संबंधित क्षेत्रों के 350 से अधिक प्रदर्शकों की भागीदारी देखी जा रही है।
उद्घाटन समारोह में मुख्य अतिथि के तौर पर केन्द्रीय विदेश एवं सांस्कृतिक मंत्री मीनाक्षी लेखी, योगेश सिंघल अध्यक्ष टीबीजेए, सुरेंद्र मेहता राष्ट्रीय सचिव इंडिया बुलियन एंड ज्वैलर एसोसिएशन लिमिटेड, अशोक सेठ क्षेत्रीय अध्यक्ष उत्तरी क्षेत्र जीजेईपीसी, क्रिस्टोफर ईव सीनियर वाइस प्रेसिडेंट इंफॉर्मा मार्केट्स एशिया, योगेश मुद्रास एमडी इंफॉर्मा मार्केट्स इंडिया और पल्लवी मेहरा ग्रुप डायरेक्टर इंफोर्मा मार्केट्स इंडिया।
इस अवसर पर मीनाक्षी लेखी ने कहा की उस पहल या शिल्प का हिस्सा बनना अच्छा है जो लोगों को रोजगार प्रदान करता है। सरकार भारतीय ज्वैलरी बिजनेस सेक्टर को मजबूत करने का प्रयास कर रही है। हड़प्पा या सिंधु घाटी सभ्यता से लेकर आज तक के  आभूषण और शिल्प कौशल हमेशा हमारी संस्कृति का एक अनिवार्य हिस्सा रहा है। ऐतिहासिक दृष्टिकोण से, भारत हमेशा ज्वैलरी समुदाय का एक महत्वपूर्ण खरीदार और विक्रेता रहा है, जो संयुक्त रूप से कई देशों के बराबर है।
डीजेजीएफ 2022 के उद्घाटन समारोह में अपने संबोधन में योगेश मुद्रास एमडी इन्फोर्मा मार्केट्स इन इंडिया ने कहा की उत्तर भारत का हमारा सबसे प्रसिद्ध और सबसे बड़ा बी2बी ज्वैलरी शो इस साल अपने 10वें संस्करण में है। यहाँ रत्न और आभूषण उद्योग हमारी नई पहल के साथ डीजेजीएफ के अनूठे उत्सव का गवाह बनेगा।
तीन दिवसीय एक्सपो में 1200 से अधिक पारंपरिक, आधुनिक और इनोवेटिव डिजाइनर ब्रांड और 1,00,000 से अधिक अद्वितीय डिजाइन प्रदर्शित किए जा रहे हैं। मेले में उद्योग जगत के विशेषज्ञों द्वारा कई विश्व स्तरीय कार्यशालाओं और अंतर्दृष्टिपूर्ण सेमिनारों का आयोजन किया जा रहा है। फेयर ज्वैलर्स, आयात और निर्यात व्यापारियों और अन्य प्रमुख उद्योग हितधारकों के लिए एक उपयुक्त व्यापार मंच प्रदान कर रहा है।
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