प्रेमिका को नौकरी से निकाला युवक ने सैलून के मालिक सहित तीन की जान ली

- बेइज्जती कर नौकरी से निकाला था, जिसका बदला लिया आरोपी ने

नई दिल्ली । हरिनगर इलाके में प्रेमिका को नौकरी से निकालने पर गुस्साए युवक ने सैलून की मालिक सहित तीन लोगों की गला रेत कर हत्या कर दी। आरोपी ने मंगलवार सुबह वारदात को अपने दोस्तों के साथ मिलकर अंजाम दिया और मौके से फरार हो गया। मृतक दम्पति का चालक घर पहुंचा, जिसने मामले की सूचना पुलिस को दी गई। हरिनगर थाना पुलिस मौके पर पहुंची जहां 38 वर्षीय समीर आहूजा, उनकी पत्नी 35 वर्षीय शालू और घरेलू सहायिका 33 वर्षीय सपना के शव घर में मिले। पुलिस ने शवों को कब्जे में लेकर हत्या की धारा में केस दर्ज कर जांच शुरू की। मौके पर मिली सीसीटीवी फुटेज की मदद से पुलिस टीम ने छह घंटे बाद ही दो आरोपियों को दबोच लिया। दोनों ने हत्या में शामिल होने की बात कबूल कर ली। फिलहाल पुलिस मुख्य आरोपी सहित बाकि के आरोपियों की तलाश में छापेमारी कर रही है।
पुलिस उपायुक्त घनश्याम बंसल ने बताया कि समीर आहूजा पत्नी शालू और एक 5 वर्षीय नाबालिग बेटी के साथ हरिनगर के अशोक नगर रहता था। समीर आहूजा का सदर बाजार में कपड़े का कारोबार था और उनकी पत्नी सैलून चलाती थी। मंगलवार सुबह 9 बजे पुलिस को सूचना मिली की हरिनगर स्थित एक घर में तीन लोगों की हत्या कर दी है। एसएचओ हरिनगर सतेन्द्र सिंह, इंस्पेक्टर प्रताप सिंह मीणा अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे। जहां पुलिस को सैलून में शालू और सपना का शव मिला और घर की पहली मंजिल पर समीर का शव मौजूद था। पुलिस ने तीनों शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा और हत्या की धारा में केस दर्ज कर एसीपी ऑपरेशन सेल अरविंद कुमार के नेतृत्व में स्पेशल स्टाफ इंजार्च नरेन्द्र सिंह, एएटीएस ईश्वर सिंह कई टीमों ने जांच शुरू की।
सीसीटीवी से हुई आरोपियों की पहचान
पुलिस टीम ने घटनास्थल पर लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज जब्त कर लोगों से पूछताछ शुरू की। सीसीटीवी फुटेज की जांच कर रही पुलिस टीम ने देखा कि घर में करीब 8 बजे सपना गई थी। उसके बाद एक अन्य शख्स अंदर गया। जिसके बाद चार अन्य लोगों घर में घुसे और फिर सभी एक साथ वापस निकले और बाइकों पर बैठ गए चले गए। पुलिस ने आरोपियों के भागने के रास्ते पर लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज से उनके फोटो हासिल कर लिए। जिसकी मदद से मुख्य आरोपी की पहचान हो गई। पुलिस टीम मुख्य आरोपी के घर पहुंची, जहां से वह फरार था। लेकिन उसके परिजनों की मदद से बाकि के आरोपियों की पहचान हो गई और पुलिस ने 19 वर्षीय सचिन और 21 वर्षीय सुजीत को गिरफ्तार कर लिया।
एक माह में दोनों को नौकरी से निकाला
गिरफ्तार आरोपियों ने बताया कि मुख्य आरोपी और उसकी प्रेमिका दोनों शालू के सैलून में काम करते थे। दोनों की मुलाकात भी सैलून में ही हुई थी। लेकिन अक्टूबर ने शालू ने पहले मुख्य आरोपी को नौकरी से निकाल दिया। जिसके बाद करीब 8 दिन पहले शालू ने मुख्य आरोपी की प्रेमिका को भी नौकरी से निकल दिया। प्रेमिका को नौकरी से निकालने के बाद मुख्य आरोपी शालू से गुस्सा था क्योंकि शालू ने उसकी बेइज्जती कर उसे नौकरी से निकाला था।
माफी मांगने के बहाने पहुंचा था आरोपी
पुलिस अधिकारी ने बताया कि मुख्य आरोपी शालू से माफी मांगने और फिर से नौकरी पर रखने की बात करने के लिए बहाने गया था। आरोपी के वहां पहुंचने पर उसने देखा कि सपना पहले से वहां मौजूद थे। मुख्य आरोपी के वहां पहुंचने के बाद शालू ने सपना से चाय मंगवाई थी। तीनों ने वहां चाय पी थी। आरोपी के अंदर जाने के कुछ देर बाकि के आरोपी अंदर आ गए और सभी ने मिलकर शालू और सपना का गला रेत डाला। दोनों की हत्या के बाद आरोपी लूट के इरादे से पहली मंजिल पर पहुंचे थे। जहां मुख्य आरोपी के कहने पर सभी ने समीर की जमकर पिटाई की और फिर चाकू से गोद कर उसकी हत्या कर दी। आरोपियों ने हत्या के बाद वहां से सामान उठाया और वहां से फरार हो गए।
सोने के चलते बची बच्ची की जान
आरोपियों ने बताया कि वह मुख्या आरोपी के साथ समीर की हत्या करने और लूट के इरादे से उपर गए थे। जहां उन्होंने समीर की हत्या की और फिर सामान लेकर वहां से फरार हो गए। आरोपियों ने बताया कि उन्होंने समीर की बेटी को वहां देखा ही नहीं था क्योंकि बच्ची हॉल में सोफ पर सोई हुई थी। आरोपियों ने बताया कि मुख्य आरोपी के कहने पर ही उन्होंने समीर की हत्या से पहले उसकी पिटाई की थी। जिसके बाद उसे चाकू से गोदा। जिसके चलते समीर के शरीर पर घाव और चाकू के गोदने के निशान थे।

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