प्रतिष्ठित ब्रांड देवू का भारतीय बाजार में प्रवेश

-देवू और केल्वोन इलेक्ट्रॉनिक्स ने भारत में इनोवेटिव उत्पाद पेश करने के लिए ब्रांड लाइसेंसिंग के माध्यम से किया करार

 

नई दिल्ली। प्रतिष्ठित साउथ कोरियन समूह पॉस्को देवू अपने ग्लोबल ब्रांड देवू, के साथ संभावनाओं से भरे भारतीय बाजार में प्रवेश के लिए रणनीतिक रूप से तैयार है। कंपनी का भारत में प्रवेश का उद्देश्य भारत की तेज आर्थिक वृद्धि और उपभोक्ताओं की बढ़ती मांग का फायदा उठाना है, और इसे दुनिया के सबसे अधिक संभावनाओं से भरे उपभोक्ता बाजारों में से एक बनाना है।

गुणवत्ता और इनोवेशन के प्रति अपनी प्रतिबद्धता के लिए पहचाने जाने वाला देवू ऑटोमोटिव और इलेक्ट्रॉनिक्स, इन दोनों ही क्षेत्रों में 50 वर्षों की वैश्विक विरासत के साथ एक प्रतिष्ठित और प्रसिद्ध ब्रांड है। 110 देशों में पहले से ही अच्छी तरह से स्थापित देवू रणनीतिक ब्रांड लाइसेंसिंग सहभागिता के माध्यम से भारत में अपनी वैश्विक पहुंच का विस्तार किया है।

देवू ने गुड़गांव स्थित केल्वोन इलेक्ट्रॉनिक्स एंड एप्लायंसेज प्राइवेट लिमिटेड के साथ एक रणनीतिक करार किया है। केल्वोन का नेतृत्व श्री एच.एस. भाटिया करते हैं जो कि भारतीय कंज्यूमर मार्केट का एक जाना माना नाम है और वे इससे पहले एलजी और एयरटेल में महत्वपूर्ण पदों पर काम कर चुके हैं। उनको भारत में देवू के लिए एक्सक्लूसिव ब्रांड लाइसेंसधारी के रूप में चुना गया है। यह गठबंधन एच.एस. भाटिया के व्यापक इंडस्ट्री नॉलेज पर केन्द्रित है और इसका उद्देश्य भारतीय बाजार में देवू के ग्लोबल ब्रांड इनोवेटिव टेक्नोलॉजी आधारित इनोवेटिव उत्पादों को पेश करना है। यह सहयोग स्थानीय स्तर पर मैन्युफैक्चरिंग प्रयासों का समर्थन करते हुए भारत में एक प्रमुख नाम बनने के प्रति देवू के प्रयास को रेखांकित करता है।

देवू इंडिया ऑपरेशंस निदेशक श्री चान रयू ने इस बात पर जोर दिया कि पॉस्को समूह का हिस्सा देवू विश्व स्तर पर मान्यता प्राप्त ट्रेडमार्क और यूएसए, यूरोप, चीन, मिडिल ईस्ट, यूएई आदि जैसे कई इंटरनेशनल बाजारों में इसकी अच्छी उपस्थिति है। भारतीय बाजार का तेज ग्रोथ इस डायनेमिक लैंडस्कैप में प्रवेश करने का प्रमुख कारण है।

चान रयू ने कहा कि ‘‘अपने प्रारंभिक चरण में, हम बिजली और एनर्जी उत्पादों की एक रेंज पेश कर रहे हैं, जिसमें फोर-व्हीलर्स और टू-व्हीलर्स, दोनों प्रकार के वाहनों के लिए बैटरी, साथ ही इन्वर्टर और सौर बैटरी शामिल हैं। इसके अतिरिक्त, हम विभिन्न प्रकार के एचयूपीएस इनवर्टर और यूपीएस सिस्टम भी पेश करेंगे। इन्हें ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरह के उपयोग के लिए डिजाइन किया गया है, जिसमें इंटीग्रेटेड लिथियम बैटरी के साथ दीवार पर स्थापित करने का विकल्प भी शामिल हैं। इसके अलावा, हम इलेक्ट्रिकल डिवाइसिज के लिए अधिकतम सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए 0.5 केवीए से 5 केवीए तक की उच्च क्षमता वाले वोल्टेज स्टेबलाइजर्स लॉन्च करने के लिए तैयार हैं।

श्री रयू ने आगे बताया कि यह नई सहभागिता भारत में पॉस्को देवू के लिए एक नए चैप्टर की शुरुआत का प्रतीक है। उन्होंने भारत के एक ग्लोबल मैन्युफैक्चरिंग हब के रूप में उभरने पर और इसकी व्यवसायिक क्षमताओं पर जोर दिया। इसके साथ ही अपने भारतीय सहयोगी के निर्माण, विपणन और बिक्री में पर्याप्त अनुभव एवं क्षमताएं पर भी प्रकाश डाला।

एच.एस. भाटिया, मैनेजिंग डायरेक्टर, केल्वोन इलेक्ट्रॉनिक्स एंड एप्लायंसेज प्राइवेट लिमिटेड ने कहा कि ‘‘वे भारत में देवू के ब्रांड लाइसेंसी होने पर काफी उत्साहित हैं। हम अपने ब्रांड पोर्टफोलियो में एक प्रतिष्ठित कोरियाई ब्रांड देवू का स्वागत करते हुए खुशी हो रही है। देवू इनोवेशन का एक समृद्ध इतिहास रखता है और इसके पास दुनिया भर के लाखों ग्राहकों का विश्वास भी है। हम ब्रांड और हमारे मूल्यवान ग्राहकों दोनों के लिए नए अवसरों को अनलॉक करने के लिए अपनी इनोवेशन क्षमताओं और व्यापक वितरण नेटवर्क का उपयोग करने को लेकर उत्साहित हैं। यह लॉन्गटर्म पाटर्नरशिप आने वाले सालों में हमारी कंपनी की निरंतर वृद्धि के लिए मजबूत आधार बनाएगी।’’

एच. एस. भाटिया ने कहा कि ‘‘आज, पूरी दुनिया अपना ध्यान भारत और इसके बढ़ते बाजार पर केंद्रित कर रही है, क्योंकि हमारा देश दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की राह पर है। ऊर्जा और विद्युत एवं कंज्यूमर इलेक्ट्रॉनिक्स, उभरते क्षेत्र जैसे, ई-बाइक, भारत के आर्थिक विकास में मील के पत्थर के रूप में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी। देवू उत्पाद भारत में बनाए जाएंगे क्योंकि हम इस साझेदारी के लिए स्थानीय मैन्युफैक्चरिंग प्रोवाइडर्स के साथ जुड़ेंगे।’’

ऑटोमोटिव और ऊर्जा-संबंधित क्षेत्रों पर रणनीतिक जोर देने के साथ, देवू का लक्ष्य अत्याधुनिक उत्पाद और समाधान प्रदान करना है जो भारत की स्थिरता और तकनीकी तरक्की की बढ़ती मांग के अनुरूप हों। भारत दुनिया का चौथा सबसे बड़ा खुदरा बाजार है और 2023 एफडीआई कॉन्फिडेंस इंडेक्स में 16वें स्थान पर है। भारत में रिटेल इंडस्ट्री का देश के सकल घरेलू उत्पाद में 10 प्रतिशत से अधिक योगदान है और यह लगभग आठ प्रतिशत आबादी को रोजगार देता है। भारतीय बाजार में विभिन्न श्रेणियों में विदेशी ब्रांडों की एक विस्तृत रेंज सक्रिय है।

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