नई दिल्ली। नए साल के पहले दिन आम आदमी पार्टी ने कथित शराब घोटाले से जुड़े अपने बड़े संकट पर किए गए सर्वे का नतीजा जारी किया। पार्टी ने कहा है कि उसने ‘मैं भी केजरीवाल’ कैंपेन के तहत करीब 24 लाख परिवारों से पूछा कि क्या गिरफ्तार किए जाने की सूरत में दिल्ली के मुख्यमंत्री को इस्तीफा देना चाहिए या वे जेल में रहकर ही सरकार चलाएं। पार्टी का दावा है कि करीब 98 फीसदी लोगो ने कहा कि केजरीवाल को इस्तीफा नहीं देना चाहिए।
दिल्ली की सत्ताधारी पार्टी ने हस्ताक्षर अभियान की शुरुआत एक दिसंबर को की थी। दिल्ली सरकार के पूर्व मंत्री जितेंद्र तोमर ने सोमवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि उनकी पार्टी ने 23, 82, 122 परिवारों से संपर्क किया और उनकी राय ली। उन्होंने कहा, ‘हमने करीब एक करोड़ लोगों से संपर्क किया और विस्तार से बातचीत की। करीब 98 फीसदी ने कहा कि किसी भी परिस्थिति में अरविंद केजरीवाल को इस्तीफा नहीं देना चाहिए।’
आम आदमी पार्टी अब इस कैंपेन का दूसरा चरण शुरू करने जा रही है। आप विधायक और दिल्ली उपाध्यक्ष कुदीप कुमार ने कहा कि 4 से 10 जनवरी तक दिल्ली के हर वार्ड में ‘मैं भी केजरीवाल जनसंवाद’ होगा। इस दौरान लोगों तक पार्टी अपनी बात पहुंचाएंगी और लोगों से राय लेगी। उन्होंने कहा, ‘हम हर वार्ड में जनसंवाद करेंगे और लोगों से राय लेंगे। हमने मुख्यमंत्री जी से निवेदन किया था कि यदि भाजपा सरकार उन्हें शराब घोटाले के झूठे केस में गिरफ्तार करती है तो आप इस्तीफा मत देना। केजरीवाल जी ने कहा था कि दिल्ली की जनता की राय लेंगे, जो जनता कहेगी वही करेंगे।
आम आदमी पार्टी ने दिल्ली में रायशुमारी का नतीजा ऐसे समय पर पेश किया है जब 3 जनवरी को अरविंद केजरीवाल को प्रवर्तन निदेशालय ईडी के सामने पेश होना है। केजरीवाल को ईडा का यह तीसरा समन है। इससे पहले दो मौकों पर केजरीवाल पेशी से इनकार कर चुके हैं। हालांकि, आम आदमी पार्टी ने यह साफ नहीं किया है कि इस बार केजरीवाल केंद्रीय जांच एजेंसी के सामने जाएंगे या नहीं। शराब घोटाले से जुड़े जिस केस में ईडी पूछताछ करना चाहती है उसी में दिल्ली के पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया और आप के राज्यसभा सांसद संजय सिंह को गिरफ्तार किया जा चुका है। ऐसे में आम आदमी पार्टी को आशंका है कि केजरीवाल को भी गिरफ्तार किया जा सकता है।