13 फरवरी को दिल्ली में किसानों का चक्का जाम

नई दिल्ली। न्यूनतम खरीद मूल्य (एमएसपी) पर गारंटी कानून, किसानों और मजदूरों को 58 वर्ष की उम्र के बाद दस हजार रुपये की प्रतिमाह पेंशन सहित अन्य मांगों को लेकर 13 फरवरी को किसानों के दिल्ली कूच करने के ऐलान ने एक बार फिर दिल्ली पुलिस की सिरदर्दी बढ़ा दी है।

वर्ष 2021 की पिछली घटनाओं से गहरा सबक लेते हुए दिल्ली पुलिस ने इस बार किसानों को दिल्ली की सीमा में नहीं घुसने देने का सख्त निर्णय किया है। पंजाब, हरियाणा और उत्तर प्रदेश समेत अन्य राज्यों के पुलिस प्रमुखों से बातचीत कर दिल्ली पुलिस ने किसानों को दिल्ली में नहीं घुसने देने के लिए व्यापक रणनीति बनाई है।

दिल्ली पुलिस मुख्यालय सूत्रों के मुताबिक किसानों के किसी संगठन ने अबतक दिल्ली पुलिस से दिल्ली कूच करने के लिए अनुमति नहीं मांगी है। विशेष आयुक्त कानून एवं व्यवस्था रवींद्र सिंह यादव का कहना है कि अगर किसान संगठन अनुमति लेने के लिए पत्र भेजेगा भी तो उन्हें किसी सूरत में अनुमति नहीं दी जाएगी।

 

किसानों के साथ सख्ती से निपटने की कोशिश

 

उन्होंने कहा कि पंजाब, हरियाणा, यूपी व राजस्थान आदि राज्यों के पुलिस प्रमुखों से इस संबंध में विस्तृत चर्चा की गई है। दिल्ली पुलिस ने राज्यों के पुलिस प्रमुखों से अपील की है कि वे अपने-अपने राज्यों की सीमाओं में ही किसानों को रोक लें। कानून हाथ में लेने वाले किसानों के साथ सख्ती से निपटने की कोशिश करें।

 

पंजाब, हरियाणा व यूपी पुलिस से खासतौर पर कहा गया है कि वे अपने-अपने सीमाओं में ही किसानों को रोक लें। अगर पड़ोसी राज्यों की पुलिस किसानों को अपनी सीमाओं में रोक पाने में अक्षम साबित होंगे तब दिल्ली पुलिस उन्हें अपनी सीमाओं पर रोक लेगी।

 

सुरक्षा के व्यापक बंदोबस्त किए गए

 

किसान दिल्ली में कहीं से भी नहीं घुस पाए इसके लिए सुरक्षा के व्यापक बंदोबस्त किए गए हैं। कंक्रीट, लोहे की बैरिकेड, कंटेनरों पत्थरों से लगे ट्रकों आदि से सड़कों को बंद कर दिए जाएंगे। सिंघू, टिकरी, लामपुर व औचंडी आदि सभी छोटे बड़े सीमाओं पर भारी संख्या में दिल्ली पुलिस व अर्द सैनिक बलों की तैनाती करने का निर्णय किया गया है। अभी से इन सीमाओं पर दिल्ली पुलिस व अद्ध् सैनिक बलों की तैनाती कर दी गई है।

 

दिल्ली आने वाली सभी ट्रेनों की जांच

 

पुलिस अधिकारी का कहना है कि 2021 में जहां-जहां सुरक्षा में चूक हुई थी उससे सबक लेते हुए इस बार कोई कोताही नहीं बरती जाएगी। दिल्ली की सीमाओं पर कहीं भी किसानों को धरने पर भी नहीं बैठने दिया जाएगा। दिल्ली आने वाली सभी ट्रेनों की सघन जांच की जाएगी। ट्रेन से आने वाले किसानों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।

 

अर्द्धसैनिक बल मुहैया कराने का अनुरोध

 

दिल्ली पुलिस ने गृह मंत्रालय से अधिक से अधिक अर्द्धसैनिक बल मुहैया कराने का अनुरोध किया है। पुलिस अधिकारी का कहना है कि पिछली घटना में यह देखा गया था कि बडी संख्या में किसान तलवारें व भाला लेकर प्रदर्शन में शामिल हुए थे, जिससे हिंसा होने की संभावना रहती है। प्रदर्शन में शामिल किसान जमकर ड्रग्स का सेवन करते पाए गए थे।

 

पूरी दिल्ली में भीषण जाम

 

दिल्ली में वैसे ही वाहनों का दबाव अधिक रहता है ऐसे में बाहरी राज्यों से किसानों काे दिल्ली आने देने पर पूरी दिल्ली में विकट समस्या खड़ी हो जाती है। पूरी दिल्ली में भीषण जाम लग जाता है। आम लोगों को इससे भारी परेशानी करना पड़ता है। स्कूली बच्चों को भी परेशानी होती है। पिछली बार किसानों ने दिल्ली में घुसकर जमकर उत्पात मचाया था।

 

किसानों के साथ बड़ी संख्या में असामाजिक तत्व

 

किसानों के साथ बड़ी संख्या में असामाजिक तत्व होते हैं जो कानून व्यवस्था बिगाड़ने की भरपूर कोशिश करते हैं। इन्हीं सब वजहों से दिल्ली पुलिस ने इस बार किसानों को किसी भी सूरत में दिल्ली की सीमा में प्रवेश नहीं करने देने का निर्णय किया है। इसके लिए दिल्ली पुलिस ने पड़ोसी राज्यों के पुलिस अधिकारियों को भी व्यापक बंदोबस्त करने को कहा है। उन्हें कहा गया है कि वे सीमा तक किसानों को आने ही नहीं दें। सीमा से कई किलोमीटर दूर ही उन्हें रोक कर हिरासत में ले लें।

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