यूक्रेन से मेडिकल की पढ़ाई बीच में छोड़ कर घर लौटे छात्रों की मदद के लिए आगे आए कमल मक्कड़
-ऐसे छात्रों की मदद के लिये ईस्ट वेस्ट टीचिंग यूनिवसिर्टि से किया समझौता
नई दिल्ली। यूक्रेन पर रूस के हमले के बीच वहां से अपनी मेडिकल की पढ़ाई बीच में छोड़ कर घर लौटे भारतीय छात्रों की मदद के लिए आईएमपी चेन सर्विसिस प्राईवेट लिमिटेड आगे आया है। इसके लिए आईएमपी चेन सर्विसिस प्राईवेट लिमिटेड ने जार्जिया की राजधानी त्बिलिसी स्थित ईस्ट वेस्ट टीचिंग यूनिवसिर्टि से आग्रह किया है कि युद्ध प्रभावित यूक्रेन से अपनी पढाई बीच में ही छोड कर लौठे भारतीय छात्रा को दाखिला ले। आईएमपी चेन सर्विसिस प्राईवेट लिमिटेड के डायरेक्टर कमल मक्कड़ ने बताया कि ईस्ट वेस्ट टीचिंग यूनिवसिर्टि के साथ हमने एक सझौता किया है जिसके तहत प्रत्येक वर्ष करीब 150 भारतीय छात्रों को हम एमबीबीएस कोर्स में दाखिला दिलवाएगें साथ ही उन्होंने कहा कि यूनिवसिर्टि के हेड तीमुराज़ खुरोद्ज़े से हमने इस बात का भी आग्रह किया है कि यूक्रेन से अपनी पढ़ाई बीच में छोड़कर आए छात्रों को भी उनके यहां दाखिला मिला। कमल मक्कड़ ने बताया कि ईस्ट वेस्ट टीचिंग यूनिवर्सिटि के अपने खुद के दो बड़े अस्पताल हैं जिसमें दाखिले के पहले वर्ष में ही छात्रों को वहां विजिट कराया जाएगा। साथ ही उन्होंने बताया कि हमारी कंपनी इन सभी छात्रों को हॉस्टल से लेकर सभी सुविधा उपलब्ध कराएगी। कंपनी की ओर से हॉस्टल सुविधा की जिम्मेदारी अरविंद शर्मा और मिस्टर गोगा की है जोकि छात्रों से हर समय टच में रहेगें। ईस्ट वेस्ट टीचिंग यूनिवसिर्टि की लैला वनिशविलिक ने कहा कि इस साझेदारी से भारतीय छात्रों को काफी फायदा होगा। कमल मक्कड़ जी का नाम मेडिकल शिक्षा के क्षेत्र में अदब से लिया जाता है। उनके साथ जुड़ने से हमारी यूनिवर्सिटी को भी लाभ होगा। इस साझेदारी पर यूनिवर्सिटी के रेक्टर, प्रो. एस. पेट्रीशविली ने कहा कि हमारी प्राथमिकता शिक्षण की प्रक्रिया में आधुनिक तरीकों और प्रौद्योगिकियों का उपयोग करना, विज्ञान की नवीनतम उपलब्धियों की सीखने की प्रक्रिया में तेजी से एकीकरण को अधिकतम करना, छात्रों और प्रोफेसरों के लिए आधुनिक शिक्षण और वैज्ञानिक साहित्य की खोज करना और वितरित करना है। दूसरी ओर, हम सोचते हैं कि जॉर्जियाई मेडिकल स्कूल की परंपराएँ बहुत समृद्ध हैं और यह महत्वपूर्ण है कि छात्रों को उनके बारे में अधिक से अधिक जानकारी मिले।