भारतीय खाद्य निगम देश की खाद्य सुरक्षा के लिए आवश्यक: श्रद्धा शर्मा

नई दिल्ली। जागरूकता कार्यक्रम के अंतर्गत लगातार कम कर रही भारतीय खाद्य निगम (एफसीआई) के बारे में जानकारी देते हुए दिल्ली क्षेत्र की महाप्रबंधक श्रद्धा शर्मा ने मंगलवार को बताया कि कैसे एफसीआई देश को खाद्य सुरक्षा प्रदान करके और जनहित में विभिन्न सरकारी योजनाओं (जैसे एनएफएसए, पीएमजीकेएवाई, पीएम-पोषण, आईसीडीएस, ओएमएसएस (डी) आदि) को क्रियान्वित करके देश की सेवा कर रही है। उन्होंने एफसीआई और उसके कार्यों के बारे में बताते हुए बताया कि भारतीय खाद्य निगम देश की खाद्य सुरक्षा के लिए कैसे आवश्यक है, क्योंकि यह सार्वजनिक हित में विभिन्न सरकारी योजनाओं को क्रियान्वित करती है।

एनएफएसए लाभार्थियों के लिए सामर्थयानुसार खाद्यान्न की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए दिनांक 01 जनवरी 2023 से, पीएमजीकेएवाई के तहत मुफ्त खाद्यान्न देने का निर्णय लिया है, जिससे गरीबों के लिए खाद्यान्न का अधिकार और एनएफएसए अधिनियम 2013 के प्रावधानों को मजबूती मिली है। उन्होंने बताया कि कैसे भारतीय खाद्य निगम ने खाद्य सुरक्षा से पोषण सुरक्षा की ओर बदलाव किया। शर्मा ने बताया कि कैसे फोर्टिफाइड चावल की शुरूआत ने देश के पोषण भाग को बढ़ाने में मदद की है क्योंकि फोर्टिफाइड चावल में आयरन, फोलिक एसिड, विटामिन बी 12 आदि जैसे सूक्ष्म पोषक तत्व होते हैं और यह कुपोषण से लडऩे में भी सहायक है। उन्होंने मूल्य स्थिरीकरण के लिए दिल्ली क्षेत्र में वर्तमान में चल रही ओएमएसएस (डी) योजना की उपयोगिता पर भी जोर दिया। शर्मा ने एफसीआई के अधिकारियों और कर्मचारियों द्वारा किए जा रहे परिवर्तन प्रयासों के बारे में भी जानकारी दी। बाद में संजय शर्मा ने बताया कि कैसे भारतीय खाद्य निगम की भूमिका और अधिक महत्वपूर्ण हो गई है क्योंकि हम 2023 को अंतरराष्ट्रीय बाजरा वर्ष के रूप में मना रहे हैं और भविष्य में विभिन्न सरकारी योजनाओं के तहत एफसीआई द्वारा बाजरा वितरण की योजना के बारे में भी अवगत करवाया गया। उन्होंने कहा कि बाजरा एक लोकप्रिय पोषक अनाज है, क्योंकि यह मानव शरीर के सामान्य कामकाज के लिए आवश्यक अधिकांश पोषक तत्व प्रदान करते हैं। बाजरा सूक्ष्म पोषक तत्वों से भरपूर होता है और इसमें एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं।

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